दसवें पायदान से फिसला सेंसेक्स (राउंडअप इंट्रो-1)
मुंबई, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 'सेंसेक्स' शुक्रवार को जून 2006 के बाद पहली बार 10,000 के स्तर से नीचे बंद हुआ।
इस वर्ष जनवरी में जब सेंसेक्स 21,206.77 के अब तक के उच्चतम स्तर पर था, उस वक्त किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि यह कभी 10,000 के स्तर से नीचे भी जाएगा। लेकिन अब यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि गिरावट का यह सिलसिला कब थमेगा।
बीएसई का सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर गुरुवार के मुकाबले 606.14 अंक यानी 5.73 प्रतिशत की जबरदस्त गिरावट दर्शाते हुए 9,975.35 पर और एनएसई का निफ्टी 194.95 अंक यानी 5.96 प्रतिशत गिरावट के साथ 3,074.35 पर बंद हुआ।
बाजार में पर्याप्त तरलता बनाए रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी मौद्रिक नीतियों में काफी उदारता बरती है। पिछले एक पखवाड़े से भी कम समय में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 2.5 प्रतिशत की कटौती की जा चुकी है और सरकार की ओर से कई पैकेजों की घोषणा भी की गई है।
इन उपायों का असर आज कारोबार की शुरुआत में दिखा। सेंसेक्स 181.85 अंक ऊपर खुला और 10,786.93 के आज के उच्चतम स्तर तक गया। निफ्टी भी 3,335.95 के उच्चतम स्तर तक गया। लेकिन एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों से गिरावट की खबरों की वजह से दोपहर बाद जबरदस्त बिकवाली शुरू हुई और बाजार ने शुरुआती बढ़त गंवा दी।
कारोबार समाप्त होने के कुछ देर पहले इतनी बिकवाली हुई कि सेंसेक्स 9,911.32 के न्यूनतम स्तर तक चला गया और निफ्टी भी 3,046.60 पर आ गया।
इस दौरान बीएसई का मिडकैप सूचकांक 112.29 अंक यानी 3.07 प्रतिशत गिरावट के साथ 3,544.84 पर और स्मालकैप सूचकांक 118.50 अंक यानी 2.76 प्रतिशत गिरावट के साथ 4,167.86 पर बंद हुआ।
बीएसई में आज 1,861 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 733 कंपनियों के शेयर बढ़त पर बंद हुए। अचल संपत्ति खंड के शेयरों में 10.25 प्रतिशत, ऊर्जा खंड के शेयरों में 8.09 प्रतिशत, धातु खंड के शेयरों में 6.12 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी खंड के शेयरों में 5.91 प्रतिशत और पूंजीगत वस्तु खंड के शेयरों में 5.52 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*