जेट एयरवेज ने कर्मचारियों को वापस लेने की घोषणा की (लीड-1)
मुंबई, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने 1900 कर्मचारियों को निकाले जाने की घटना पर माफी मांगते हुए उन्हें वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी शुक्रवार सुबह से काम पर लौट सकते हैं।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में गोयल ने कहा, "मैं पूरी रात नहीं सो सका। मैं जो कुछ भी हुआ उसके लिए माफी मांगता हूं।" उन्होंने कहा, "मैं सभी से अनुरोध करूता हूं कि वे शुक्रवार सुबह से काम पर लौट जाएं। हम अपने कर्मचारियों के साथ खड़े हैं।"
गोयल ने कहा कि वे अपने कर्मचारियों की आंखों में आंसू नहीं देख सकते और जो कुछ भी चल रहा था उसे देखकर वे सो नहीं सके थे।
कंपनी ने किंगफिशर एयरलाइन के साथ गठजोड़ के बाद खर्चो में कटौती करने के लिए पहले 850 और बाद में अन्य 1100 कर्मचारियों को हटाने की घोषणा की थी।
कंपनी के इस कदम से मुंबई, दिल्ली और चेन्नई में कर्मचारी भारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच गुरुवार को निकाले गए कर्मचारियों के एक समूह ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुलाकात करने की कोशिश की। मुख्यमंत्री आवास के अधिकारी के अनुसार दोपहर लगभग चार बजे छंटनी किए गए 55 एयरवेज कर्मचारी यहां पहुंचे, लेकिन उस वक्त मुख्यमंत्री आवास में नहीं थी।
इससे पूर्व सुबह में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली हवाई अड्डे के 1बी टर्मिनल पर विरोध प्रदर्शन किया।
उधर, इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के दो मंत्री आपस में भिड़ते नजर आए। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल और विमानन कंपनी जेट एयरवेज को आड़े हाथों लिया।
देवड़ा ने पटेल के बयानों के संदर्भ में यहां पत्रकारों से कहा, "मुझे प्रफुल्ल की टिप्पणी से निराशा और चोट पहुंची है।" पटेल ने कहा था कि वित्त मंत्री और पेट्रोलियम मंत्री उड्डयन उद्योग की सहायता नहीं कर रहे हैं।
देवड़ा ने कहा कि वे तेल वितरक कंपनियों से हमेशा कहते रहे हैं कि उड्डयन उद्योग को राहत पहुंचाने के लिए कोई रास्ता निकाले। उन्होंने कहा, "मैंने तेल कंपनियों से कहा कि हमें उड्डयन उद्योग को ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था करनी होगी।"
पेट्रोलियम सचिव आर. एस. पांडे के मुताबिक इंडियन ऑयल कारपोरेशन का जेट एयरवेज पर 8.59 अरब रुपये और किंगफिशर एयरलाइन पर 1.1 अरब रुपये बकाया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।