ईसाइयों का उत्तरी इराक से पलायन जारी
बगदाद, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। इराक के उत्तरी मोसुल शहर में पिछले सप्ताह हत्या की कई घटनाओं के बाद से ईसाइयों का पलायन जारी है।
बगदाद, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। इराक के उत्तरी मोसुल शहर में पिछले सप्ताह हत्या की कई घटनाओं के बाद से ईसाइयों का पलायन जारी है।
पास्कल वारदा नाम की एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के मुताबिक लोगों को जबरन घर और नौकरियां छोड़कर पलायन के लिए बाध्य करना भयावह है। क्योंकि इससे देश के सामाजिक ताने-बाने पर असर पड़ता है।
वारदा ने समाचार एजेंसी डीपीए को बताया, "सद्दाम हुसैन के तख्ता पलट के बाद के वर्षो की तुलना में इस समय मोसुल से ईसाइयों का पलायन ज्यादा व्यवस्थित ढंग से हो रहा है। ये घटनाएं ऐसे समय में हो रही हैं जब सरकार देश के व्यापक क्षेत्रों में अपना वर्चस्व कायम कर रही है।"
मोसुल में पिछले दो हफ्तों में कम से कम 12 ईसाइयों की हत्या कर दी गई है और उनमें से हजारों धमकियों से डरकर वहां से पलायन को बाध्य हो गए हैं।
वारदा ने बताया कि सशस्त्र गुट और मिलिशिया ईसाई परिवारों को शहर छोड़कर चले जाने के लिए धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इसे रोकने के प्रयास करने चाहिए।
ये हमले उस समय हो रहे हैं, जब ईसाइयों के संगठन प्रांतीय निर्वाचन अधिनियम से अनुच्छेद 50 को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कानून को पिछले हफ्ते ही मंजूरी मिली है।
वारदा ने बताया कि 10 लाख से ज्यादा ईसाई इराक से पलायन कर चुके हैं। पिछले पांच वर्षो में इराक से पलायन करने वालों 40 प्रतिशत से ज्यादा अल्पसंख्यक समुदाय के थे। उन्होंने कहा कि मोसुल में इस समय मासूमों को निशाना बनाया जा रहा है।
इसबीच मोसुल के गिरजाघरों के प्रमुखों ने अपने अनुयायियों से संयम बरतने और मीडिया से जातीय तनाव नहीं फैलाने को कहा है। उन्होंने मुस्लिम विद्वानों से भी अनुरोध किया है कि वे अपने समुदाय के लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता के सिद्धांतों का सम्मान करने को कहें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।