गोवा सरकार संकट में, कांग्रेस ने किया खंडन
पणजी, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। गोवा में सत्ताधारी कांग्रेस ने अपनी सरकार में किसी भी तरह के मतभेद से इंकार किया है, हकीकत यह है कि सरकार में दरार की बात उस समय खुलकर सामने आ गई जब राज्य के गृह मंत्री पार्टी विधायक दल की बैठक में ही नहीं पहुंचे।
गुरुवार रात गृह मंत्री रवि नाईक पार्टी विधायक दल की बैठक से नदारद रहे। यह बैठक गोवा के एक मंत्री पुत्र के बलात्कार के मामले में आरोपी बनने के बाद मंत्रिमंडल में उपजे मतभेद को खत्म करने के लिए बुलाई गई थी।
इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और गोवा के पार्टी प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद शामिल थे। हरिप्रसाद ने इस बात से इंकार किया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में मतभेद को खत्म करने के लिए भेजा है।
बहरहाल राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में दरार साफ दिख चुकी है। गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), यूनाइटेड गोअन्स डेमोक्रेटिक पार्टी (यूजीडीपी)और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) शामिल हैं। गुरुवार को राज्य के लोक निर्माण मंत्री चर्चिल अलेमाओ ने भी माना है कि मंत्रिमंडल एकजुट नहीं है।
राज्य के शिक्षा मंत्री एतानासियो मोंसेरते यूजीडीपी के एक मात्र विधायक हैं जिनके पुत्र रोहित पर जर्मनी की एक 14 वर्षीय लड़की के बलात्कार का आरोप है। मोंसेरते का कहना है कि उनको गृहमंत्री नाईक निशाना बना रहे हैं। उन्होंने नाईक पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि बहुचर्चित स्कारलेट हत्या के मामले में नाईक के पुत्र रॉय पर भी आरोप लग चुका है।
दोनों मंत्रियों में मतभेद के चलते ही कांग्रेस के दर्जन भर विधायकों ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से गोवा में सरकार का नेतृत्व बदलने की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।