दृष्टिहीनों के लिए वरदान साबित हो सकती है जीन थेरेपी
वाशिंगटन, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। शोधकर्ताओं ने प्रोटीन की कमी से होने वाली दृष्टिहीनता दूर करने संबंधी एक शोध का चूहों पर सफल परीक्षण करने में सफलता अर्जित की है। भविष्य में यह शोध दृष्टिहीन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है।
मेसाच्युसेट्स जनरल अस्पताल के सेल्युलर न्यूरोबायोलाजी लैब के निदेशक रिचर्ड मास्लैंड ने कहा, "इससे यह साबित होता है कि एक दिन हम रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा और और मैकुलर डिजनरेशन के कारण दृष्टिहीन हुए लोगों को दोबारा दृष्टि प्रदान करने में सफल होंगे।"
उन्होंने कहा कि इस शोध के क्लिनिकल परीक्षण करने के पहले हमें कुछ और मुद्दों पर काम करना है लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक दिन यह दृष्टिहीनों के लिए बहुत बड़ा सहारा बनेगा।
उल्लेखनीय है कि मनुष्यों में अंधत्व का सबसे बड़ा कारण मेलनोप्सिन नामक प्रोटीन की कमी है। शोधकर्ताओं ने एक जीन की मदद से चूहों के रेटिना में इस प्रोटीन का उत्पादन बढ़ाने में सफलता पाई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।