भारत का तालिबान और अलकायदा से निपटने के लिए कड़े उपायों पर जोर
न्यूयार्क, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत ने अफगानिस्तान में सक्रिय तालिबान और अल कायदा आतंकवादियों से निपटने के लिए कड़े उपायों की वकालत करते हुए संयुक्त राष्ट्र में कहा कि अन्य स्थानों पर भी समन्वित राजनीतिक-सैन्य प्रयास किए जाने की जरूरत है।
संयुक्त राट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी प्रतिनिधि निरूपम सेन ने मंगलवार को कहा कि हमें तालिबान की संघर्ष क्षमता नष्ट करने के साथ-साथ उसे पनाह, वित्तीय सहायता और हथियार देने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए इस दिशा में और आगे बढ़ने की दरकार है।
उन्होंने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास पर हमले और संयुक्त राष्ट्र के काफिले और सहायताकर्मियों पर हमलों का हवाला देते हुए कहा कि हम लोगों ने शत्रु की पाशविकता देखी है। उन्होंने कहा कि तालिबान और अल कायदा के हमले चिंता की बात है।
सेन ने अफगानिस्तान में स्थायित्व बहाली के लिए तीन चरणों वाली रणनीति की पेशकश की। उन्होंने आतंकवादियों का पूरी ताकत से मुकाबला करने के साथ-साथ विकास के लिए सतत अंतर्राष्ट्रीय सहायता और क्षेत्रीय सहयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत ने हाल ही में अफगानिस्तान में अपने योगदान को बढ़ाकर 1.2 अरब डॉलर कर दिया। उन्होंने संयम और दृढ़ता का आह्वान भी किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।