गुजरात के अंबाजी मंदिर में विदेशी मुद्रा में आता है भारी चढ़ावा
अहमदाबाद, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। गुजरात का प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर हर नवरात्रि के बाद पाउंड स्टर्लिग,डॉलर, यूरो और दिरहम जैसी विदेशी मुद्राओं में आए चढ़ावे से भर जाता है।
बनासकांठा जिले में स्थित इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। विदेशों में रहने वाले गुजराती और अन्य प्रवासी भारतीय मंदिर में विदेशी मुद्रा में चढ़ावा देते हैं।
अंबाजी मंदिर के प्रशासक पी.के. जडेजा ने नकद चढ़ावे के आंकड़े बताते हुए कहा कि वर्ष 2007-08 में 20 लाख रूपये मूल्य की विदेशी मुद्रा, 2006-07 में 21 लाख रुपये मूल्य की और 2005-06 के दौरान 17 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा का चढ़ावा मंदिर को प्राप्त हुआ था।
जडेजा ने आईएएनएस से कहा कि हमारे पास इसका पता लगाने का कोई उपाय नहीं है कि कितने प्रवासी गुजराती और अन्य प्रवासी भारतीय मंदिर में विदेशी मुद्रा में दान देकर वापस लौटते हैं।
हर वर्ष मंदिर में करीब 75 लाख दर्शनार्थी आते हैं। इनमें काफी अधिक प्रवासी भारतीय होते हैं। सबसे अधिक भीड़ भदावरी पूनम और नवरात्रि के अवसर पर होती है। इस समय प्रवासी भारतीय भी छुट्टी में भारत आना अधिक पसंद करते हैं और मंदिर का खजाना पाउंड और डॉलर के चढ़ावे से भरता जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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