खाद्य संकट से जूझ रहे हैं 33 देश
यह खुलासा हुआ है जर्मनी के खाद्य सहायता समूह 'वेल्थहंगरहिल्फे' और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के जरिए। दरअसल संस्थान ने इस वर्ष के वैश्विक भूख सूचकांक को प्रस्तुत करते हुए यह बात कही है।
अपनी रिपोर्ट में दोनों संस्थाओं ने वर्तमान वित्तीय संकट के समक्ष भूख से मर रहे लोगों की हो रही उपेक्षा से भी दुनिया को आगाह किया है। दोनों संस्थाओं की यह रिपोर्ट विश्व खाद्य दिवस से दो दिन पहले जारी की गई है।
वेल्थहंगरहिल्फे के प्रमुख इंजेबोर्ग स्कैबल ने बताया, "लगभग एक अरब लोग भुखमरी के शिकार हैं जो मानवता के लिए बड़ी त्रासदी है। हालांकि बैंकों की तरह इन लोगों को इस त्रासदी के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता।"
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र ने भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या को वर्ष 2015 तक तक डेढ़ गुना कम करने का लक्ष्य रखा है और इसी के तहत वह 13.6 अरब डॉलर की अतिरिक्त राशि प्रत्येक वर्ष खर्च कर रहा है।