जल विवाद से अवरुद्ध हो सकती है शांति वार्ता : जरदारी
इस्लामाबाद, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने चेताया है कि यदि भारत ने नदी जल बंटवारे से संबंधित समझौते का उल्लंघन किया तो उसके साथ शुरू हुई शांति प्रक्रिया रुक सकती है।
पाक राष्ट्रपति का यह बयान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा दो दिन पहले चेनाब नदी पर 450 मेगावाट की बगलिहार जल विद्युत परियोजना का उद्घाटन किए जाने के बाद आया है। चेनाब नदी कश्मीर घाटी से पाकिस्तान की ओर बहती है।
जरदारी ने पाकिस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान को रविवार को जारी एक बयान में कहा था कि भारत द्वारा चेनाब नदी का पानी रोके जाने के कारण पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्होंने अपने बयान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ न्यूयार्क में हुई मुलाकात का हवाला देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री सिंह ने उन्हें आश्वस्त किया था कि भारत जल समझौते का हर हाल में पालन करेगा।
जरदारी ने चेताया है कि 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुए इस जल समझौते के उल्लंघन से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बुरा असर पड़ेगा।
इस मुद्दे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन ने एनडी टीवी के साथ एक साक्षात्कार में जरदारी के बयान को खारिज करते हुए साफ किया है कि चेनाब नदी का पानी बिल्कुल नहीं रोका जाने वाला है, क्योंकि भारत इस मुद्दे पर कोई नया विवाद खड़ा नहीं करना चाहता।
इंडो एशियन न्यूज सर्विस
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