एकता परिषद: बजरंग दल पर प्रतिबंध का निर्णय केंद्र का मामला : पटनायक
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को कहा कि कंधमाल जिले में हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने या नहीं लगाने का निर्णय केंद्र सरकार को लेना है।
तीन वर्ष बाद आयोजित हो रही राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में शामिल होने के बाद पटनायक ने संवाददाताओं से कहा,"मैं समझता हूं बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर चर्चा हो चुकी है। इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार केंद्र सरकार को है।"
उन्होंने कहा कि कंधमाल में शांति वापस लौटने लगी है। जहां पिछले छह सप्ताह से जारी सांप्रदायिक हिंसा में 36 व्यक्तियों की मौत हुई है। कई गिरजाघरोंको जला दिया गया और हजारों लोग बेघर हुए हैं, जिनमें अधिकांश ईसाई हैं।
पटनायक ने कहा, "राज्य सरकार के प्रयास अब रंग लाने लगे हैं और हम मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार ने कंधमाल में हिंसा भड़काने के आरोप में बजरंग दल के सदस्यों सहित एक हजार से भी अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।"
पटनायक ने कहा कि कंधमाल में हिंसा केवल एक सांप्रदायिक समस्या नहीं है। वहां इस स्थिति के लिए अन्य कारण भी जिम्मेदार हैं। पहले भी भूमि अधिकारों, रोजगार की संभावनाओं और धार्मिक विवाद के कारण दोनों समुदायों में हिंसा होती रही है। कंधमाल में ताजा हिंसा उन्हीं समस्याओं का विस्तार है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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