उड़ीसा हिंसा के विरोध में छात्रों व कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। उड़ीसा में फैली हिंसा के विरोध में सोमवार को छात्रों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजधानी के जंतर मंतर पर धरना किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य में फैली हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को कठोर से कठोर दंड देने की मांग की।
उड़ीसा हिंसा की निंदा करते हुए प्रदर्शन कर रहे छात्र व कार्यकर्ता दंगाइयों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने व उन्हें कठोर दंड देने की मांग कर रहे थे। वे 'नन के साथ बलात्कार, लोकतंत्र का बलात्कार' और 'उड़ीसा सरकार शर्म करो' जैसे नारे लगा रहे थे।
अखिल भारतीय प्रगतीशील महिला संगठन (एआईपीडब्ल्यूए) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में फैली हिंसा को रोकने में नाकाम रही राज्य सरकार को जगाना था।
एआईपीडब्ल्यूए की राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन ने कहा, "हिंसा की इस प्रकार की घटनाएं हमारे संविधान व लोकतंत्र का अपमान है। इस मामले में केंद्र सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में फैली हिंसा के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद का हाथ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।