2 वर्ष तक चंद्रमा का चक्कर लगाएगा चंद्रयान
फकीर बालाजी
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श्रीहरिकोटा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। चंद्रमा के लिए भारत का पहला अभियान चंद्रयान-1 इस महीने की 22 तारीख को शुरू होगा और चंद्रमा की सतह से 100 किलीमीटर दूर स्थित कक्षा में अगले दो वर्ष तक चक्कर लगाएगा।
चंद्रयान-1 चंद्रमा के अंधेरे हिस्सों या छुपे भागों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का काम करेगा। चंद्रयान को समय पर प्रक्षेपित करने के लिए 50 अंतरिक्ष वैज्ञानिक दिन-रात काम कर रहे हैं।
चंद्रयान-1 को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) सी 11 से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से छोड़ा जाएगा। एसडीएससी के निदेशक एम.सी.दाथन ने आईएएनएस से बताया कि 22 अक्टूबर सुबह के समय चंद्रयान को भेजने की तैयारियां पूरे जोरों पर चल रही हैं।
उनके अनुसार चंद्रयान को 22 अक्टूबर को सुबह 6.15 से 6.35 के बीच छोड़ा जाएगा। यद्यपि चंद्रयान-1 को प्रक्षेपित करने के लिए 6.21 बजे का समय सबसे उपयुक्त है क्योंकि इस समय चंद्रमा पृथ्वी और भूमध्यरेखा से 28 डिग्री के कोण पर होगा।
उत्तर-पूर्वी मानसून प्रक्षेपण तिथि से एक सप्ताह दूर है और मौसम विभाग के अनुसार 26 अक्टूबर तक मौसम हवा के बहाव और साफ आकाश के कारण प्रक्षेपण के लिए आदर्श रहेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।