बंद के आह्वान के बीच घाटी में रेल सेवा का आगाज (लीड-2)
श्रीनगर, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। अलगाववादियों के बंद के आह्वान के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कश्मीर घाटी की पहली रेल हरी झंडी दिखाकर रवाना की।
अलगाववादियों के किसी भी विरोध को विफल करने के लिए शहर भर में कर्फ्यू जैसे कड़े प्रतिबंध लगाए थे।
राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री ने मध्य कश्मीर के बड़गाम और दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिलों को जोड़ने वाली इस रेल को रवाना किया।
अलगाववादियों द्वारा किए गए बंद के आह्वान के मद्देनजर घाटी में प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी थी जिसके चलते शनिवार को सभी बाजार, शिक्षण संस्थाएं और बैंक आदि बंद रहे।
इस अवसर पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अध्यक्ष सोनिया गांधी, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन. एन. वोहरा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं।
जैसे ही रेल ने रफ्तार पकड़नी शुरू की उत्साहित लोगों ने "मनमोहन सिंह जिंदाबाद", "लालू प्रसाद यादव जिंदाबाद" के नारे लगाने शुरू कर दिए। स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था एकदम चाक चौबंद थी और केवल उन्हीं लोगों को स्टेशन में प्रवेश की अनुमति दी गई जिनके पास इस अवसर पर जारी विशेष पास मौजूद था।
मौके पर किसी अतिथि ने कोई औपचारिक भाषण नहीं दिया और समारोह आधे घंटे से भी कम समय में समाप्त हो गया। बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि घाटी में रेल सेवा प्रारंभ होने से यहां आर्थिक विकास की गति तेज होगी।
उन्होंने कहा "वादी में रेल के आने से विकास का रास्ता खुलेगा। बेरोजगारी दूर हो जाएगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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