बुरहानपुर में 3 शव और मिले, कर्फ्यू जारी (लीड-1)
भोपाल, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में शुक्रवार को भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। शनिवार को लालबाग थाना क्षेत्र के जिरोता गांव में तीन और शवों के मिलने से मरने वालों की संख्या आठ पहुंच गई है। प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू अभी भी जारी है।
मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस़ क़े राउत ने आईएएनएस को बताया कि शुक्रवार की रात के बाद से कोई भी हिंसक वारदात नहीं हुई। शुक्रवार को तीन लोगों की हिंसा में मौत हुई थी, जबकि दो ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। आज लालबाग थाना क्षेत्र के जिरोता गांव में तीन शव मिलने से मरने वालों की संख्या आठ हो गई है।
राउत के मुताबिक पुलिस अधिकारियों का एक विशेष दल बुरहानपुर भेजा गया है जो कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने के साथ यह भी पता करने की कोशिश करेगा कि हिंसा क्यों भड़की। आस पास के जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है, ताकि इस हिंसा की आग दूसरे स्थानों तक न पहुंच सके।
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो संप्रदायों के बीच हुए विवाद ने गंभीर हिंसा का रूप ले लिया था। दोनों गुटों में जमकर पत्थरबाजी हुई और आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया गया। मामले को काबू में करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इस फायरिंग और पत्थरबाजी में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 21 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। घायलों में छह पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
खरगोन के पुलिस उपमहानिरीक्षक जी़ जनार्दन ने आईएएनएस को बताया कि तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए इंदौर से विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) और भोपाल से रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की कंपनियों को बुरहानपुर भेजा गया है। कर्फ्यू में अभी तक किसी तरह की ढील नहीं दी गई है। गंभीर रूप से घायलों को उपचार के लिए इंदौर भेजा गया है।
बुरहानपुर में सांप्रदायिक तनाव गुरुवार की रात को बालाजी के रथ पर पथराव के बाद बढ़ा। इस तनाव ने शुक्रवार को हिंसा का रूप ले लिया। कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई और उसे आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए फायरिंग तक करनी पड़ी।
इंदौर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार, संभाग आयुक्त बी़ पी़ सिंह खरगोन के पुलिस उप महानिरीक्षक जी़ जनार्दन सहित कई अधिकारी बुरहानपुर में डेरा डाले हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।