उड़ीसा व कर्नाटक में हिंसा तभी रुकेगी जब धर्मातरण रुकेगा : राजनाथ
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह का मानना है कि उड़ीसा व कर्नाटक में हिंसा का दौर तभी रुक सकता है जब तक कि वहां जबरन धर्मातरण नहीं रुकेगा।
उड़ीसा व कर्नाटक में जारी साम्प्रदायिक हिंसा को जायज ठहराने का प्रयास करते हुए राजनाथ ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "उड़ीसा व कर्नाटक में आज जो कुछ भी हो रहा है उसकी जड़ है लालच व जबरन धर्मातरण। जबरिया धर्मातरण के खिलाफ हिन्दुओं में गुस्सा है। दोनों राज्यों में फैली हिंसा इसी का नतीजा है।"
राजनाथ इस बात से सहमत दिखे कि ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दुओं का बलपूर्वक धर्मातरण रोकने के लिए जब तक कड़े कदम नहीं उठाए जाएंगे तब तक उड़ीसा व कर्नाटक में हिंसा का दौर खत्म नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा, "इस समस्या की जड़ में जाना जरूरी है। हम मानते हैं कि ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दुओं को लालच देकर धर्मातरण कराने पर रोक लगनी चाहिए। मिशनरियों को देश में आने की इजाजत इसलिए दी गई थी कि वे यहां रहकर जनता की सेवा करें न कि धर्मातरण।"
बजरंग दल से भी पल्ला झाड़ते हुए राजनाथ ने कहा, "बजरंग दल भाजपा का अंग नहीं है।" उल्लेखनीय है कि उड़ीसा व कर्नाटक में फैली हिंसा में बजरंग दल की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं और कुछ राजनीतिक दल तो इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने उड़ीसा व कर्नाटक की सरकारों से इस बारे में बात की है और मामले की जांच कराने को कहा है। राज्य सरकारों को मैंने सख्त निर्देश दिए हैं कि जो भी दोषी हों उनके खिलाफ सख्त् कार्रवाई की जानी चाहिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।