वाराणसी में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू
वाराणसी, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूरे नवरात्रि भर मां दुर्गा का पूजन अर्चन करने के बाद दशमी तिथि को प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू कर दिया गया। हालांकि गुरुवार होने की वजह से बहुत कम प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया लेकिन प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वाराणसी में 345 जगहों पर पंजीकृत दुर्गापूजा पंडाल बनाए गए थे जिसमें गुरुवार को केवल आठ प्रतिमाओं का ही विसर्जन किया गया।
वाराणसी, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूरे नवरात्रि भर मां दुर्गा का पूजन अर्चन करने के बाद दशमी तिथि को प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू कर दिया गया। हालांकि गुरुवार होने की वजह से बहुत कम प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया लेकिन प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वाराणसी में 345 जगहों पर पंजीकृत दुर्गापूजा पंडाल बनाए गए थे जिसमें गुरुवार को केवल आठ प्रतिमाओं का ही विसर्जन किया गया।
गुरुवार को विसर्जित होने वाली मूर्तियों की सूची पुलिस को पहले ही सौंप दी गयी थी, इसलिए दशाश्वमेघ घाट पर मूर्तियों का आगमन क्रमवार होता रहा। प्रतिमाओं के साथ किसी तरह की कोई छेड़छाड़ न हो इसलिए पूजा पंडाल से दशाश्वमेघ घाट तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए थे।
इधर भक्तगण पूरे रास्ते भर उत्साह में नाचते गाते हुए चल रहे थे। मां दुर्गा की प्रतिमा को एक गाड़ी पर रखा गया था तो दूसरी गाड़ी पर बड़े-बड़े साउंड बाक्स लगाए गए थे। जिससे भक्ति गीत जोर-जोर से बजाए जा रहे थे। प्रतिमा विसर्जन जुलूस में हालांकि अधिकांशत: नौजवान ही थे।
शास्त्रों के जानकार पंडित प्रसाद दीक्षित ने बताया कि रविवार, मंगलवार और गुरुवार को मां की प्रतिमाओं का विसर्जन वर्जित है। उन्होंने बताया कि जो लोग भी आज प्रतिमाओं का विसर्जन कर रहे हैं वे लोग अज्ञानतावश ऐसा कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।