मूंगफली बेचने वाला बना कारखाने का मालिक
पटना, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। अगर इरादे बुलंद हों तो इंसान को कामयाबी मिलनी तय है। ऐसा ही कुछ किया है पटना जिले के बिहटा थाने के परेव गांव निवासी अशोक कुमार ने। शुरुआत में मूंगफली बेचने वाले अशोक आज ट्रांसफार्मर और तार बनाने वाले एक कारखाने के मालिक हैं।
अशोक का जीवन विषम परिस्थितियों में जूझने की मिसाल है। परेव गांव निवासी अशोक को बचपन में मां ने पढ़ने के लिए मामा के घर भेज दिया था लेकिन मामा के व्यवहार से तंग आकर अशोक वहां से भाग गए और ट्रेन में मूंगफली बेचने लगे।
अशोक ने आईएएनएस को बताया कि शुरुआत में वे झाझा से किउल तक ट्रेन में मूंगफली बेचने का काम करते थे। कुछ दिनों तक उन्होंने बाजार में सब्जी बेचने का भी कार्य किया। वे मानते हैं कि इसी बीच उनकी किस्मत ने साथ दिया और जन वितरण प्रणाली के दुकान के लिए एक बैंक से पांच हजार रुपए बतौर ऋण प्राप्त हुआ।
इसके बाद आज तक अशोक ने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उन्होंने बताया कि इस दुकान से वे कुछ पैसे अर्जित करने लगे और समय पर बैंक को ऋण वापस कर दिया। इससे बैंक में अपनी साख बन गई। उन्होंने बताया कि उस समय उन्हें एहसास हुआ कि बैंक से ऋण लेकर टांसफार्मर और बिजली के तार बनाने का काम किया जाए।
अशोक ने कहा कि उनके कारखाने ने पहले वर्ष में ही 11 लाख रुपये का कारोबार किया और फिर दूसरे वर्ष डेढ़ करोड़ और तीसरे वर्ष चार करोड़ रुपए का कारोबार किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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