करार के विधेयक पर बुश लगाएंगे मुहर,123समझौते पर फैसला नहीं
वाशिंगटन, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते संबंधी विधेयक पर अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश जहां बुधवार को हस्ताक्षर करने वाले हैं, वहीं विदेश विभाग ने विश्वास जताया है कि 123 समझौते पर भी 'कभी न कभी' हस्ताक्षर हो ही जाएंगे।
वाशिंगटन, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते संबंधी विधेयक पर अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश जहां बुधवार को हस्ताक्षर करने वाले हैं, वहीं विदेश विभाग ने विश्वास जताया है कि 123 समझौते पर भी 'कभी न कभी' हस्ताक्षर हो ही जाएंगे।
विदेश विभाग के प्रवक्ता राबर्ट वुड ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा,"मुझे बस इतना कहना है कि दोनों पक्ष समझौते पर कभी तो हस्ताक्षर करेंगे लेकिन मैं आपको यह नहीं बता सकता कि समझौते पर हस्ताक्षर कब होंगे।"
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने यह कहा है कि बुश के हस्ताक्षर के बाद ही वह समझौते पर हस्ताक्षर करेगा? वुड ने कहा, "हम इसे हल करने का प्रयास कर रहे हैं। हस्ताक्षर के लिए एक तिथि जल्दी ही तय की जा सकती है।"
वुड ने कहा कि वे यही कहेंगे कि समझौता पूरा हो चुका है और इस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
बुश द्वारा कुछ चिंताएं दूर किए जाने तक भारत द्वारा समझौते पर हस्ताक्षर करने से इंकार करने संबंधी भारतीय प्रेस में प्रकाशित रिपोर्टों पर टिप्पणी करने से वुड ने मना कर दिया।
गौरतलब है कि समझौते को संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सांसदों,भारतीय मूल के प्रमुख अमेरिकियों, दोनों राष्ट्रों के अग्रणी व्यापारियों और राजनयिकों को बुधवार को दोपहर 2.50 बजे (अंतर्राष्ट्रीय समयानुसार गुरुवार सुबह 00.20 बजे) भारत असैन्य परमाणु विधेयक के हस्ताक्षर समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
हस्ताक्षर के अवसर पर दिए जाने वाले बुश के बयान में परमाणु ईंधन आपूर्ति, यूरेनियम संवर्धन और पुन: प्रसंस्करण की तकनीक के हस्तांतरण के मुद्दे और हाइड एक्ट के प्रावधानों पर भारत की चिंताएं दूर किए जाने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर विधेयक पर हस्ताक्षर के अवसर पर ऐसे बयानों का उपयोग यह बताने के लिए करते हैं उन्होंने इस विधेयक पर बिना वीटो का उपयोग किए हस्ताक्षर क्यों किए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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