सौरभ ने की संन्यास की घोषणा (राउंडअप)
बेंगलुरू, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। आस्ट्रेलिया के साथ होने वाली टेस्ट श्रृंखला के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की है।
सौरभ के इस फैसले का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति के अध्यक्ष कृष्णामाचारी श्रीकांत ने स्वागत किया है वहीं पूर्व क्रिकेटरों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में मंगलावर को पत्रकारों से बातचीत के दौरान गांगुली ने उस समय सभी को सकते में डाल दिया जब उन्होंने कहा कि भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट श्रंखला उनके करियर की आखिरी श्रंखला होगी।
संवाददाता सम्मेलन के अंत में गांगुली ने कहा, "मुझे आज एक घोषणा करनी है। यह मेरे क्रिकेट जीवन की आखिरी श्रृंखला होगी। मैंने संन्यास लेने का मन बना लिया है। मैंने टीम के अन्य सहयोगियों को भी बता दिया है कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की श्रृंखला मेरी अंतिम श्रृंखला होगी। मुझे उम्मीद है कि जीत के साथ ही मेरे क्रिकेट जीवन का समापन होगा।"
भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान और एकदिवसीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार गांगुली ने इससे पहले पत्रकारों से आगामी श्रंखला को लेकर दोनों टीमों की रणनीति और संयोजन की चर्चा की।
गांगुली को पहले दो मैचों के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा, "मैंने अपने फैसले के संबंध में साथियों को अवगत करा दिया है। मैं चाहता हूं कि हम जीत के साथ इस श्रंखला का समापन करें। मैं व्यक्तिगत तौर पर भी इस श्रंखला को यादगार बनाना चाहता हूं।"
पहले दो मैचों में प्रदर्शन अच्छा रहने पर जाहिर तौर पर गांगुली को बाकी के दो मैचों में भी मौका मिल सकता है। दो मैचों के बाद अगर उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिलती है तो उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर आधिकारिक तौर पर 21 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा। तीसरे और चौथे टेस्ट के लिए मौका मिलने की सूरत में उनके करियर पर 10 दिसंबर को विराम लगेगा।
वर्ष 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले गांगुली ने 109 टेस्ट मैचों में 41.74 के औसत से 6888 रन बनाए हैं। इसमें 15 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 239 रन रहा है।
एकदिवसीय मैचों के दिग्गज खिलाड़ी माने जाने वाले गांगुली ने 311 मैचों में 41.02 के औसत से 11363 रन बनाए हैं। 183 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है और उन्होंने 100 कैच भी लपके हैं। एकदिवसीय मैचों में गांगुली के नाम 22 शतक और 72 अर्धशतक हैं।
पहला टेस्ट मैच नौ से 13 अक्टूबर तक बेंगलुरू में खेला जाएगा जबकि दूसरा मैच 17 से 21 अक्टूबर तक चंडीगढ़ के करीब मोहाली में होगा। तीसरा टेस्ट 29 अक्टूबर से दो नवंबर तक दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में और चौथा तथा आखिरी मैच नागपुर के विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान पर होगा।
उधर, बीसीसीआई की चयन समिति के अध्यक्ष श्रीकांत ने कहा कि सौरव गांगुली ने भारतीय टीम में अपने स्थान को लेकर बनी अनिश्चितता के माहौल से तंग आकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि गांगुली ने अपने फैसले के बारे में मुझे और अपने सहयोगियों को अवगत कराया। यह उनका अपना निजी फैसला है।
गांगुली के फैसले को सही ठहराते हुए श्रीकांत ने कहा कि इस फैसले के बाद सौरव आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खुले दिमाग से खेलेंगे।
श्रीकांत ने कहा, "मुझे ऐसा लग रहा है कि उन्हें लगता रहता था कि कभी भी उनके सिर पर तलवार गिर सकती है। मैंने अन्य चार चयनकर्ताओं से सौरव के निर्णय के बारे में बातचीत की। सभी का मानना है कि सौरव ने सही फैसला किया है।"
श्रीकांत ने सौरव को एक असाधारण खिलाड़ी करार दिया। उन्होंने कहा कि सौरव ने भारतीय क्रिकेट में बहुत कुछ दिया है। उन्होंने कहा "हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे भारत के सफलतम कप्तान हैं।"
कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी सौरभ को सबसे सफल कप्तान करार दिया है। पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा कि किसी भी क्रिकेटर के लिए यह कठोर फैसला होता है। लेकिन हमें दुखी नहीं होना चाहिए। वे एक महान खिलाड़ी है और उनका करियर शानदार रहा है। उन्होंने कप्तान के रूप में भारतीय टीम को शानदार विश्वास दिया है।
एक और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने कहा कि गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को जो दिया है उसे आज उत्सव के रूप में मनाने का दिन है।
पूर्व तेज गेंदबाज जवगल श्रीनाथ ने कहा कि चयन समिति द्वारा श्रीनाथ को नजरअंदाज करना थोड़ा निराश करने वाला था। खेल को अलविदा कहने का इससे बेहतर रास्ता हो सकता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।