बेंगलुरू टेस्ट : आत्मविश्वास से लवरेज भारतीय टीम से भिड़ेगा आस्ट्रेलिया
बेंगलुरू, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। एक समय था जब आस्ट्रेयिलाई टीम अजेय थी। चरम पर रहते हुए उसने सभी टीमों को धूल चटाई थी लेकिन आज यह इतिहास बन चुका है।
बेंगलुरू, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। एक समय था जब आस्ट्रेयिलाई टीम अजेय थी। चरम पर रहते हुए उसने सभी टीमों को धूल चटाई थी लेकिन आज यह इतिहास बन चुका है।
ग्लेन मैक्ग्राथ, शेन वार्न और एडम गिलक्रिस्ट जैसे महारथियों को खोने के बाद से आस्ट्रेलियाई टीम का प्रताप काफी हद तक कम हो गया है।
इसका एक कारण और भी हो सकता है। 2001 की यादगार श्रंखला में वी.वी.एस. लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने अपने बल्ले से जो चमक बिखेरी थी उससे आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आंखें आज तक चौंधियाई हुई हैं।
यही कारण है कि रिकी पोंटिंग की टीम में वह आत्मविश्वास नहीं दिख रहा है जो वर्षो तक उसका हिस्सा रहा है। आशा है स्टीव वॉ भी इससे सहमत होंगे।
दूसरी ओर, भारतीय टीम का आत्मविश्वास उफान पर है। भारतीय टीम को अच्छी तरह अहसास है कि उसके पास आस्ट्रेलिया को हराने के लिए हर जरूरी तत्व मौजूद है लेकिन इसके बावजूद उसे मेहमानों को कमतर आंकने की भूल नहीं करनी चाहिए।
मैथ्यू हेडन, साइमन कैटिच, माइकल हसी, माइकल क्लार्क, शेन वॉटसन और ब्रैड हेडिन जैसे खिलाड़ी भारत को मुश्किल में डाल सकते हैं। इसके अलावा भारत के खिलाफ खराब प्रदर्शन (आठ मैचों में 172 रन) के बावजूद कप्तान रिकी पोंटिंग अपनी चमक बिखेर सकते हैं।
इसके अलावा आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली, मिशेल जानसन और स्टुअर्ट क्लार्क में भारतीय बल्लेबाजी क्रम को नेस्तनाबूत करने की पूरी क्षमता है।
कुल मिलाकर मेहमानों पर अपनी प्रतिष्ठा बचाने का दबाव है। दबाव तो भारत के चार महारथियों-सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, लक्ष्मण और द्रविड़ पर भी है। अगर ये चार अपनी क्षमता के साथ न्याय करने में सफल रहे तो भारत निश्चित तौर पर जीतेगा और अगर नहीं कर पाए तो इनके खिलाफ बोलने वालों को पर्ताप्त तर्क मिल जाएंगे।
गेंदबाजी के क्षेत्र में भारत का पलड़ा काफी भारी है। संतुलन के लिहाज से भारतीय टीम समृद्ध है। आस्ट्रेलियाई टीम के पास जहां एक भी स्तरीय स्पिनर नहीं है वहीं भारत के पास दो-दो विश्वस्तरीय स्पिनर हैं। इसके अलावा भारत के पास जहीर खान, इशांत शर्मा और मुनाफ पटेल जैसे तेज गेंदबाज भी हैं जिन्होंने आठ महीने पहले पोंटिंग की सेना को परेशानी में डाल दिया था।
दोनों देशों के बीच खेली गई पिछली श्रंखला विवादों की भेंट चढ़ गई थी लेकिन आशा है कि इस श्रंखला में एक बार फिर दो ऐसी टीमों के बीच बेहतरीन क्रिकेट देखने को मिलेगी जो पिछले सात वर्षो से वर्चस्व की लड़ाई लड़ रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।