जहां रावण की पूजा भी होती है...
प्रदेश के विदिशा जिले में ब्राह्मणों की अधिसंख्य आबादी वाला एक गांव है जिसका नाम है रावण। लोगों की मान्यता है कि दशानन कभी इस गांव में आया था। यहां रावण की लेटी हुई आदमकद प्रतिमा है जिसकी लोग देवता की तरह उपासना करते हैं।
यहां तक कि जब गांव में कोई नई दुल्हन आती है तो वह अपने पति के साथ रावण की मूर्ति की पूजा करती है। दशहरे के दिन तो इस गांव का नजारा ही अलग होता है, जब गांव के लोग प्रतिमा स्थल पर जाकर उसकी आरती तथा पूजा अर्चना करते हैं।
क्षेत्र के पूर्व विधायक और समाज सेवी हीरा लाल पिपल बताते है कि 800 की आबादी वाले इस गांव के लोग खुद को रावण का वंशज मानते हैं हालांकि इस बात का कहीं कोई प्रमाण नहीं है।
इंडो - एशियन न्यूज सर्विस
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें