बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविरों में मिल रहा है प्रशिक्षण व रोजगार
पटना, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में आई प्रलंयकारी बाढ़ के बाद बने राहत शिविरों में अब बाढ़ पीड़ितों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनके द्वारा बनाए गए सामानों की खरीद भी खुद राज्य सरकार ही कर रही है।
सहरसा के पटेल मैदान के बाढ़ राहत शिविर में लोगों को कहीं सर्फ बनाना सिखाया जा रहा है, तो कहीं जूता और चप्पल बनाने की कारीगरी सिखाई जा रही है। महिलाओं को कढ़ाई और बुनाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, तो कहीं उन्हें बागवानी की तालीम भी दी जा रही है।
यहां के एक राहत शिविर में अपने दिन गुजार रही कुमारखंड की राधा देवी बताती हैं, "बुनाई और कढ़ाई का प्रशिक्षण लेने के बाद यहां से लौट कर जब मैं गांव लौटूंगी तो वहां एक प्रशिक्षण शिविर खोल कर अपनी बेरोजगारी दूर करूंगी। फिलहाल इससे एक तरफ समय गुजर जा रहा है, वहीं बहुत कुछ सीखने को भी मिल रहा है।"
उधर, राहत शिविरों के नजदीक कोसी कमांड एरिया डेवलपमेंट एजेंसी (काडा) के दफ्तर के अहाते में बाढ़ पीड़ित महिलाओं को नर्सरी लगाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए इन्हें प्रतिदिन के हिसाब से एक सौ रुपए भी भुगतान किया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों द्वारा चौकी भी बनाने की कला सीखी जा रही है।
एक राहत शिविर में रह रही संध्या का कहना है कि उसके बनाये गये सामानों को प्रशासन द्वारा खरीद लिए जाने से बाजार खोजने की जरूरत नहीं है।
सहरसा के जिलाधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि लोगों द्वारा बनाये गये सामानों को जिला प्रशासन द्वारा ही खरीदा जा रहा है। उन्होंने बताया कि काम कर रहे लोगों का बैंक में खाता खुलवाया जा रहा है, जिसमें उनके कमाई की राशि सप्ताह में एक दिन जमा की जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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