कट्टरपंथी छात्र न्यायालय में पेश
लंदन, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। ब्रिटेन के दक्षिणपंथी दल बीएनपी के सदस्यों को बम से उड़ाने की साजिश रचने वाले एक स्कूली छात्र को न्यायालय में पेश किया गया।
समाचार पत्र 'डेली टेलीग्राफ' के अनुसार आतंकवादियों से सहानुभूति रखने वाले वारिस अली ने अमेरिका में हुए 9/11 के आतंकवादी हमले का महिमामंडन किया था। वह ड्यूसबरी के वेस्टबर्ग हाइस्कूल का छात्र था।
सोमवार को लीड्स क्राउन कोर्ट को बताया गया कि अली ने अपने पुस्तकालयाध्यक्ष और पुलिसकर्मी से एक बार पूछा था कि वह कितना विस्फोटक अपने घर में रख सकता है कि वह आतंकवादी निरोधी कानून के तहत अपराध न हो।
अली और दबीर नाम के उसके एक साथी ने कथित रूप से इंटरनेट से 3,000 पृष्ठ की आतंकवाद संबंधी सामग्री डाउनलोड की थी। वे ब्रिटेन की दक्षिणपंथी पार्टी बीएनपी के सदस्यों को बम से उड़ाना चाहते थे।
अली ने आतंकवाद संबंधी सामग्री, 3.5 किलो पोटेशियम नाइट्रेट और कैल्शियम क्लोराइड रखने के आरोपों से इंकार किया है।
उसके शिक्षकों ने बताया कि वह अपनी कला की कक्षाओं में पेंटिंग्स पर 'राष्ट्रपति बुश को मरना ही होगा ' और 'टोनी ब्लेयर को मरना होगा' जैसे स्लोगन लिखा करता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।