बजरंग दल महान राष्ट्रवादी : उमा भारती
वाराणसी, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने उड़ीसा में राष्ट्रपति शासन की सुगबुगाहट पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि कर्नाटक और उड़ीसा प्रांत में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात करने वाले नेता और उनकी पार्टी को राष्ट्रवादी शक्तियां जमीन में दफन कर देंगी। अत: केंद्र की सरकार इन राज्यों पर कुदृष्टि डालना छोड़ दे। उन्होंने बजरंग दल को महान राष्ट्रवादी करार दिया है।
वाराणसी, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने उड़ीसा में राष्ट्रपति शासन की सुगबुगाहट पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि कर्नाटक और उड़ीसा प्रांत में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात करने वाले नेता और उनकी पार्टी को राष्ट्रवादी शक्तियां जमीन में दफन कर देंगी। अत: केंद्र की सरकार इन राज्यों पर कुदृष्टि डालना छोड़ दे। उन्होंने बजरंग दल को महान राष्ट्रवादी करार दिया है।
मिर्जापुर में बुधवार को देवी दर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उड़ीसा का आदिवासी वर्ग ईसाई मिशनरियों के अत्याचार से त्रस्त है। कड़वी सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस और जनता दल सहित सभी पार्टियों के समर्थक मिशनरियों की गतिविधि से परेशान हैं। लेकिन अफसोस यह है कि वहां जो भी हिंसक क्रियाकलाप हो रहा है उसे आंख बंद करके बजरंग दल पर थोप दिया जा रहा है।
उमा भारती ने कहा कि विदेशी शक्तियां एक बड़ी साजिश के तहत हमारे राष्ट्र के हिन्दू आस्था के केंद्रों पर प्रहार कर रही हैं। लेकिन संघ व बजरंग दल जैसे महान राष्ट्रवादी संगठन एक दीवार की तरह उस षडयंत्र के समक्ष डटे हुए हैं।
उमा भारती ने साफ कहा कि बजरंग दल मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाले राजनितिक दलों की आंखों की किरकिरी बन गया है। उन्होंने कहा कि हिंदूवादी आस्था का केंद्र रामसेतु, अमरनाथ भूमि आदि सभी पर प्रहार हो रहा है। अब उड़ीसा और कर्नाटक की सरकारों को भी घेरा जा रहा है। लेकिन सोनिया गांधी याद रखें कि वे इंदिरा गांधी नहीं हैं, जो आपातकाल को पुन: लागू कर देंगी। यहां मामला हिन्दू आस्था की रक्षा और राष्ट्र की अस्मिता का है।
आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि आतंकवाद की समस्या से देश तब तक जूझता रहेगा जब तक हमारे देश के नेता वोट बैंक की राजनीति करते रहेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।