दुर्गा पूजा पंडाल में स्टैच्यू आफ लिबर्टी !
वाराणसी, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। वाराणसी का एक पूजा पंडाल अमेरिकी स्वतंत्रता के प्रतीक 'स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' की अनुकृति के कारण आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
वाराणसी, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। वाराणसी का एक पूजा पंडाल अमेरिकी स्वतंत्रता के प्रतीक 'स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' की अनुकृति के कारण आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
आयोजकों का कहना है कि भारत -अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते के मद्देनजर उन्होंने अमेरिकी स्वतंत्रता की देवी के प्रतीक को अपने सबसे महत्वपूर्ण त्योहार से जोड़ने की कोशिश की है।
दुर्गापूजा के अवसर पर बनने वाले पंडाल आमतौर पर महत्वपूर्ण मंदिरों की आकृति को ध्यान में रखकर बनाये जाते हैं, वाराणसी में भी कई पंडाल बनाये गये हैं लेकिन शिवपुर का 'स्टैच्यू आफ लिबर्टी' वाला पंडाल चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस पंडाल को बनाने में पूरे दो महीने लगे हैं। पंडाल के आयोजकों की मानें तो लगभग 80 फीट उंची इस मूर्ति के साथ पूरा पंडाल बनाने में लगभग 4.5 लाख रुपये का खर्च आया। प्लास्टर आफ पेरिस से बनाई गयी इस मूर्ति की बगल में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों को भी दर्शाया गया है।
धार्मिक आयोजन सेवा समिति शिवपुर के अध्यक्ष राजकुमार केशरी ने बताया कि हमने धर्म को राष्ट्रीयता से जोड़ते हुए इस पंडाल को बनाने की कोशिश की है। केशरी ने बताया कि इस साल का सबसे चर्चित मुद्दा परमाणु समझौता ही था इसलिए उन्होंने भारत और अमेरिका दोनों को ध्यान में रखते हुए यह पंडाल बनाया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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