दिन में सभासद और रात में 'रावण' !
क्षेत्र की जनता उन्हें लंकेश के नाम से बुलाती है। विष्णु त्रिपाठी उर्फ लंकेश बताते हैं कि पिछले 38 सालों से वह राजधानी के चौक की रामलीला में रावण की भूमिका निभाते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह राम की पूजा करते हैं और असल जिंदगी में राम जैसा ही बनने की कोशिश करते हैं। परंतु रामलीला में उन्हें रावण का रोल करने में ही संतुष्टि मिलती है। हमेशा दाढ़ी रखने वाले लंकेश रामलीला के दौरान क्लीन शेव हो जाते हैं।
लंकेश बताते हैं कि एक बार उन्हें परशुराम का किरदार निभाना पड़ा लेकिन इस किरदार में उन्हें बिल्कुल मजा नहीं आया। वह बताते हैं कि रामायण में रावण का किरदार बहुत ही सशक्त है।
लंकेश कपड़े की दुकान चलाते हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला में वे रावण का किरदार पैसे कमाने के उद्देश्य से नहीं बल्कि शौकिया करते हैं। लंकेश का कहना है कि जब तक उनके शरीर में जान रहेगी तब तक वह रावण का किरदार निभाते रहेंगे।