नैनो परियोजना के लिए आंध्रप्रदेश ने दिया निशुल्क जमीन का प्रस्ताव (लीड-2)
हैदराबाद, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। टाटा मोटर्स की एक टीम ने अपनी नैनो परियोजना के लिए रविवार को हैदराबाद से सटे दो इलाकों का निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री परियोजना के लिए निशुल्क जमीन के अलावा अन्य रियायतें देने का प्रस्ताव दिया है। उधर, बेंगलुरू में भी कंपनी के अधिकारियों ने जमीन का निरीक्षण किया है।
राजधानी हैदराबाद से सटे रंगा रेड्डी जिले के दो गांवों का दौरा करने के बाद रविवार शाम को टाटा के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक जी. रविकांत ने कहा, "हम यहां यह जानने आए हैं कि राज्य सरकार क्या ऑफर दे रही है।" उन्होंने कहा कि टीम ने परियोजना के हिसाब से जरूरतों के बारे में सरकार को बता दिया है और अब सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है।
टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के सिंगुर में जारी राजनीतिक विरोध के कारण वहां से नैनो परियोजना को हटाने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने टाटा के अधिकारियों से कहा कि उनकी सरकार परियोजना के लिए निशुल्क जमीन उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य रियायतें भी उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा शुक्रवार को घोषित ऑटोमोबाइल नीति के बारे में जानकारी दी, जिसमें स्टांप ड्यूटी में 100 फीसदी की छूट और अन्य रियायतों की घोषणा की गई है।
इस बीच मुआयना करने गए टाटा मोटर्स के अधिकारियों को स्थानीय किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। रंगा रेड्डी जिले के सीतारामपुरम और अलुरु गांव के दौरे पर गए अधिकारियों को स्थानीय किसानों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें जमीन का निरीक्षण करने से रोकने का प्रयास किया। किसानों ने स्पष्ट कहा कि वे अपनी जमीन किसी भी कीमत पर देने के लिए तैयार नहीं हैं।
उधर, रविकांत ने रविवार को कर्नाटक के धारवाड़ जिले में 'नैनो' परियोजना के स्थानांतरण के लिए जमीन का मुआयना किया, लेकिन कहा कि इस मामले में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
रविकांत ने बेंगलुरू से लगभग 420 किलोमीटर दूर धारवाड़ में संवाददाताओं से कहा, "फिलहाल मैं कुछ नहीं कह सकता। हम कई संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं।"
रविकांत और उनके साथ कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने धारवाड़ दौरे से पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा से मुलाकात की। येदियुरप्पा ने नैनो परियोजना कर्नाटक स्थानांतरित करने के लिए टाटा मोटर्स को जमीन, पानी, बिजली और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की पेशकश की थी।
गौरतलब है कि कर्नाटक के अलावा नैनो परियोजना के लिए सुविधाएं मुहैया कराने की पेशकश करने वाले राज्यों में आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान और उड़ीसा भी शामिल हैं। इसके अलावा श्रीलंका ने भी नैनो को आमंत्रित किया है।
धारवाड़ में टाटा समूह की पहले से ही लगभग 900 एकड़ जमीन है। कंपनी यहां वर्ष 1999 से ही अर्थ मूविंग उपकरण बनाती है। कंपनी की योजना अब यहां आधुनिक सुविधाओं से संपन्न बसों के उत्पादन की है।
धारवाड़ में टाटा मोटर्स ने 1,000 एकड़ जमीन की मांग की है। कर्नाटक के उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी ने कहा कि सरकार के पास इस जिले में 500 एकड़ जमीन है और अतिरिक्त 500 एकड़ जमीन की व्यवस्था कर ली जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।