पहली भारतीय संत की घोषणा की खुशी मनाने के लिए चर्च तैयार
कोट्टायम (केरल), 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। कैथोलिक चर्च द्वारा सिस्टर अल्फोंसा को भारत की पहली संत घोषित किए जाने के बाद इस वर्ष नवंबर में केरल के भरनंगनम में सेंट मेरी चर्च में आयोजित समारोह में पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम और कार्डिनल लिएनाडरे सांड्री मुख्य अतिथि होंगे।
केरल की नन को 55 साल की प्रक्रिया के बाद वेटिकन 12 अक्टूबर को संत घोषित करेगा। कोट्टायम के नजदीक इसी चर्च में सिस्टर अल्फोंसा के अवशेष रखे गए हैं और यहां कई चमत्कार हुए हैं।
सेंट मेरी चर्च में सात और नौ नवंबर को विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की जाएंगी। इन प्रार्थनाओं का नेतृत्व कार्डिनल करेंगे। डा. कलाम नौ नवंबर को एक विशेष भाषण देंगे।
सिस्टर अल्फोंसा पहली भारतीय होंगी जिनको संत घोषित किया जाएगा। उनका जन्म 19 अगस्त 1910 को कोट्टायम के नजदीक एक गांव में हुआ था। 28 जुलाई 1946 को सिस्टर की मृत्यु हुई थी।
पोप बेनेडिक्ट 16 वें ने सिस्टर अल्फोंसा को संत घोषित किए जाने के निर्णय को एक जून 2007 को स्वीकृति दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।