मेधा पाटकर ने टाटा के निर्णय का स्वागत किया
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने 'नैनो' परियोजना को पश्चिम बंगाल से बाहर ले जाने के टाटा मोटर्स के फैसले का स्वागत किया है।
पाटकर ने शनिवार को आईएएनएस से टेलीफोन पर कहा, "हम सिंगुर छोड़ने के टाटा (टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा) के निर्णय से बहुत खुश हैं। उनकी अपनी प्रतिष्ठा है। उन्हें यह फैसला काफी पहले कर लेना चाहिए था।"
गौरतलब है कि पाटकर ने कोलकाता से लगभग 40 किलोमीटर दूर हुगली जिले में सिंगुर स्थित टाटा मोटर्स की नैनो परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।
पाटकर ने कहा, "जमीन के अधिग्रहण से पहले कई चीजें दिमाग में रखनी चाहिए। इससे पुनर्वास का सवाल जुड़ा होता है। इस बात का आवश्यक रूप से पूरा आकलन करना चाहिए कि उद्योग की स्थापना से जितना फायदा होने वाला है, वह कृषिजनित फायदे की तुलना में कितना कम या ज्यादा है।"
उन्होंने कहा कि सिंगुर के मामले में यह आकलन नहीं किया गया और किसानों की इच्छा के विरुद्ध उनकी उपजाऊ जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया।
पाटकर ने स्पष्ट किया कि वे औद्योगिकीकरण के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह इस बात पर निर्भर करता है कि जिस उद्योग की योजना बनाई जा रही है, वह उसकी प्रकृति कैसी है। कृषि आधारित उद्योग होने चाहिए।"
उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन अहिंसा और सत्याग्रह से प्रेरित है, लेकिन सरकार (राज्य) जब जनता की आवाज सुनने से इंकार करती है, तो जनता की ओर से प्रतिक्रिया भी जताई जाती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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