चीन सीमा पर हवाई अड्डे का पुनर्निर्माण करेगा भारत
लेह, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। चार महीने पहले लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची दौलत बेग हवाई पट्टी पर विमान उतारने के बाद अब भारत, चीन सीमा पर एक और हवाई अड्डे का पुनर्निर्माण कर रहा है।
लेह, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। चार महीने पहले लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची दौलत बेग हवाई पट्टी पर विमान उतारने के बाद अब भारत, चीन सीमा पर एक और हवाई अड्डे का पुनर्निर्माण कर रहा है।
भारत-चीन सीमा पर नियंत्रण रेखा से केवल 2.5 किलोमीटर दूर फुक्चे हवाई अड्डे को अगले एक महीने में काम लायक बना दिया जाएगा। भारतीय सेना ने हवाई अड्डे की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
पश्चिमी एयर कमांड के प्रमुख एयर मार्शल पी.के.बारबोरा ने आईएएनएस को बताया कि हवाई पट्टी एक महीने में तैयार हो जाएगी और उसके बाद भारतीय वायुसेना परीक्षण करेगी कि इस पर स्थिर पंख वाले विमान उतर सकते हैं या नहीं।
रक्षा सूत्रों के अनुसार यह हवाई अड्डा इस क्षेत्र में तैनात भारतीय सेनाओं को संचार और आपूर्ति सेवा सुधारने में मददगार होगा।
फुक्चे हवाई पट्टी चीन सीमा से लगी नियंत्रण रेखा के काफी नजदीक सामरिक महत्व के क्षेत्र अक्साई चीन के पास ही है।
गौरतलब है कि इस वर्ष मई में करीब 16,200 फीट ऊंची दौलत बेग हवाई पट्टी पर 43 वर्ष बाद स्थिर पंख वाले विमान को उतारकर वायुसेना ने नया इतिहास बनाया है।
इस हवाई पट्टी पर 1962 और 1965 के दौरान विमान उतारे गए थे। वर्ष 1966 में आए एक भूकंप के बाद यहां की सतह की कुछ मिट्टी हट गई थी। इससे हवाई पट्टी नियत पंखों वाले विमानों के उतरने लायक नहीं रह गई थी।
बहरहाल सेना अधिकारियों ने कहा कि लद्दाख स्थित चुशुल हवाई पट्टी की मरम्मत का अभी कोई इरादा नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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