भारतीय परमाणु व्यापार में प्रतिस्पर्धा करेंगी अमेरिकी कंपनियां : राइस
वाशिंगटन, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका की विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने भरोसा जताया है कि भारत-अमेरिका परमाणु करार लागू हो जाने के बाद अमेरिकी कंपनियां भारत में परमाणु व्यापार में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिस्पर्धा में रहेंगी।
वाशिंगटन, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका की विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने भरोसा जताया है कि भारत-अमेरिका परमाणु करार लागू हो जाने के बाद अमेरिकी कंपनियां भारत में परमाणु व्यापार में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिस्पर्धा में रहेंगी।
राइस ने कहा, "हमें भारत की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें एक ऐसी रुपरेखा तैयार करने की प्रतिबद्धता जताई गई है, जिससे हमारी कंपनियों को भारत में व्यापार करने का पूरा मौका मिलेगा।" वे भारत-अमेरिकी परमाणु करार को कांग्रेस में हरी झंडी मिल जाने के बाद शुक्रवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रही थीं।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका चाहेगा कि भारत दुर्घटना क्षति दायित्व समझौते पर हस्ताक्षर करे, राइस ने कहा, "हां, मैं इसके मसौदे से संतुष्ट हूं। यह वास्तव में प्रशासनिक मसला है, व्यापारिक दृष्टिकोण से इसका ज्यादा महत्व नहीं है।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वे भारत से अमेरिकी कंपनियों को तरजीह देने के लिए कहेंगी, उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि अमेरिकी कंपनियां इस मामले में दुनिया की अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम हैं। हम मुक्त व्यापार में भरोसा करते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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