चोपड़ा आयोग करेगा जोधपुर हादसे की जांच
चोपड़ा आयोग मंदिर में हुई भगदड़ के कारणों एवं अन्य पहलुओं की जांच करेगा। अधिसूचना के मुताबिक आयोग जांच के साथ-साथ भविष्य में इस प्रकार की घटना नहीं हो, इसके लिए राज्य सरकार को उपयुक्त सिफारिशें भी देगा। आयोग को अपनी रिपोर्ट तीन महीने में सरकार के समक्ष पेश करनी होगी।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक केएस बेंस का कहना है कि हादसे की सुबह विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के कारण अंधेरे में कुछ श्रद्धालुओं के फिसलने से भगदड़ मची।
जोधपुर के पुलिस महानिरीक्षक राजीव दासोत के अनुसार मृतकों की संख्या पूर्व आंकड़े से काफी अधिक है। हालांकि अस्पतालों से प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक मरने वालों की संख्या 224 हो गई है।
दसोत
ने
बताया
कि
पता
चला
है
कि
कुछ
शवों
को
उनके
रिश्तेदार
दुर्घटनास्थल
से
सीधे
घर
ले
गए।
इस
कारण
मृतकों
की
सही
संख्या
का
अनुमान
लगाना
मुश्किल
है।
यह
जरूर
है
कि
अधिकतर
स्थानीय
लोग
थे,
जिनकी
उम्र
20-30
वर्ष
थी।
तमाम
लोगों
की
हालत
गंभीर
बनी
हुई
है,
जिससे
मृतकों
की
संख्या
और
भी
बढ़
सकती
थी।
उन्होंने
कहा
कि
भगदड़
मचने
के
स्पष्ट
कारण
अभी
तक
नहीं
पता
चल
सके
हैं।