अजय कटारा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया (लीड-2)
गाजियाबाद, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। अपहरण के आरोप में गिरफ्तार नीतीश कटारा हत्याकांड के मुख्य गवाह अजय कटारा को शुक्रवार को एक अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गाजियाबाद में शुक्रवार को सपना मिश्रा त्रिपाठी की अदालत में अजय को पेश किया गया। अजय के वकील ने जमानत की याचिका दायर की लेकिन अदालत ने उसे ठुकरा दिया।
गौरतलब है कि अजय को पुलिस ने एक प्रॉपर्टी डीलर को अगवा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस अधीक्षक विजय भूषण ने बताया कि अजय ने धर्मेन्द्र यादव नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर का गुरुवार रात अपहरण कर लिया था। उन्होंने बताया कि यादव की चीख सुनकर पुलिस गश्ती दल ने उसे मुक्त कराया।
इस घटना के बाद पुलिस गश्ती दल ने अजय और यादव को छोड़ दिया। यादव ने इस घटना के बाद अजय के खिलाफ शिकायत दर्ज की।
दूसरी ओर अजय ने आरोप लगाया कि यादव उनकी हत्या करना चाहता है। उन्होंेने कहा कि गुरुवार तड़के चार बजे यादव ने उन पर गोली चलाई थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज की थी।
अजय ने कहा कि कुछ महीने पहले यादव के खिलाफ उन्होंने हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज करवाया था, जिसके बाद यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया।
अजय ने आईएएनएस को बताया कि डी.पी.यादव के राजनीतिक प्रभाव में आकर पुलिस धर्मेन्द्र यादव का पक्ष ले रही है।
गौरतलब है कि डी. पी. यादव के पुत्र विकास यादव एवं करीबी रिश्तेदार विशाल यादव को नीतीश कटारा हत्याकांड में दोषी सिद्ध कराने में अजय की गवाही अहम रही थी।
नीतीश भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी के पुत्र थे और 16 फरवरी 2002 को गाजियाबाद के विवाह समारोह में हिस्सा लेने के बाद उनका अपहरण हो गया था। बाद में उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर से नीतीश का अधजला शव बरामद हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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