दिल्ली में मानव तस्करी के शिकार 18 बच्चे मुक्त कराए गए
नई दिल्ली , 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। एक गैर सरकारी संगठन से मिली सूचना के आधार पर पुलिस और श्रम विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली की एम्ब्रायडरी इकाइयों से मानव तस्करी के शिकार 18 बच्चों को मुक्त करा लिया।
गैर सरकारी संगठन 'बचपन बचाओ आंदोलन'(बीबीए) के उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि इसी सप्ताह की शुरुआत में उत्तरी दिल्ली के सरस्वती विहार और अमन विहार इलाके में स्थित एम्ब्रायडरी इकाइयों पर छापेमारी के बाद बच्चों को मुक्त कराया गया। गौरतलब है कि गुप्ता ने ही इस संदर्भ में पुलिस को सूचना दी थी।
गुप्ता के मुताबिक मुक्त कराए गए बच्चे बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं और एक बिचौलिया उनके माता-पिता को 500-1,000 रुपये देकर ही दिल्ली लाया था। ये बच्चे आठ से 14 वर्ष की उम्र के हैं। इनको यहां एक तंग कमरे रखा गया था और इनसे मामूली राशि की एवज में घंटों काम लिया जाता था।
उन्होंने बताया कि बच्चों को बीबीए के राहत गृह में रखा गया है और उनको घर वापस भेजने की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों को बंधुआ मजूदरी व्यवस्था उन्मूलन अधिनियम के तहत प्रमाण पत्र और 360,000 रुपये की पुनर्वास राशि दी जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।