भारत-अमेरिकी परमाणु करार संबंधी विधयेक सीनेट में मंजूर (लीड-1)
वाशिंगटन, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु सहयोग समझौते संबंधी विधेयक को अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट ने भारी बहुमत से पारित कर दिया है। समझौते के पक्ष में 86 और विपक्ष में 13 मत पड़े।
वाशिंगटन, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु सहयोग समझौते संबंधी विधेयक को अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट ने भारी बहुमत से पारित कर दिया है। समझौते के पक्ष में 86 और विपक्ष में 13 मत पड़े।
अमेरिकी संसद का सदन 'हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स' इस समझौते के विधेयक को चार दिन पहले ही 117 के मुकाबले 298 मतों से पारित कर चुका है।
सीनेट ने इस विधेयक को अमेरिकी समय के अनुसार बुधवार रात 8.49 बजे (भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह 6.19 बजे) मंजूरी दी। कांग्रेस की मंजूरी के बाद इस पर राष्ट्रपति जार्ज बुश के हस्ताक्षरों का मार्ग प्रशस्त हो गया है। उसके बाद यह समझौता कानून में तब्दील हो जाएगा।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों उम्मीदवारों बराक ओबामा और जान मैक्के न ने करार के पक्ष में मतदान किया। विधेयक को पारित करने से पहले सदन ने दो डेमोक्रेट सदस्यों ब्रायन डोर्गन और जैफ बिंगामैन द्वारा प्रस्तावित 'घातक संशोधनों' को खाारिज कर दिया।
डोर्गन-बिंगामैन संशोधन में मांग की गई थी कि भारत द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने की सूरत में उसके साथ यह करार खत्म कर दिया जाए। विधेयक में भी यही प्रावधान था, लेकिन इन संशोधनों के पारित हो जाने से इसे फिर से निचले सदन में मंजूरी के लिए भेजना पड़ता।
सीनेट ने बुधवार सुबह करार पर बहस शुरू की थी। विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने सीनेट में बहुमत के नेता हैरी रीड को एक पत्र लिखकर कहा था कि बुश प्रशासन बिना किसी संशोधन के समझौते को पारित करना चाहता है।
यद्यपि उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत द्वारा भविष्य में परमाणु परीक्षण किए जाने के 'बेहद गंभीर परिणाम' होंगे और उसके साथ सहयोग खत्म करने के अलावा उस पर अन्य प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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