ब्रिटेन में छठा सबसे बड़ा निवेशक रहा भारत
लंदन, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। पिछले वर्ष ब्रिटेन में निवेश करने वाले देशों में भारत चीन से आगे निकलकर छठे पायदान पर रहा। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
लंदन, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। पिछले वर्ष ब्रिटेन में निवेश करने वाले देशों में भारत चीन से आगे निकलकर छठे पायदान पर रहा। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
पिछले सप्ताह प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन (अंकटाड) की विश्व निवेश रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2007 के दौरान निवेश आकर्षित करने के मामले में ब्रिटेन अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक यह दूसरा मौका है जब ब्रिटेन खरबों डॉलर निवेश आकर्षित करने के मामले में अन्य कई दिग्गज देशों से आगे निकल गया। यह ब्रिटेन के व्यापार एवं निवेश मंत्री डिग्बी जोन्स का उत्साह बढ़ाने वाला आंकड़ा है।
भारत और चीन की फिलहाल ब्रिटेन में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में एक प्रतिशत से भी कम की हिस्सेदारी है। हालांकि अंकटाड की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष ब्रिटेन में निवेश करने वाले प्रमुख देशों में भारत का स्थान अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया और जापान के बाद छठा रहा, जबकि चीन की स्थान सातवां रहा।
ब्रिटेन की सरकारी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संस्था 'यूके ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट' (यूकेटीआई) के एक अर्थशास्त्री ने आईएएनएस से कहा, "आनेवाले समय में भारतीय निवेश ब्रिटेन के समग्र स्टॉक स्तर पर प्रभाव डालने लगेगा।"
गौरतलब है कि वर्ष 2007 के दौरान ब्रिटेन में कुल 223 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ था। वर्ष 2006 में यह स्तर 148 अरब डॉलर था। एफडीआई में इस उछाल की मुख्य वजह पिछले वर्ष के मध्य में विलय और अधिग्रहण संबंधी विभिन्न सौदे रहे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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