कंधमाल में हिंसा के बाद कर्फ्यू, अल्पसंख्यक आयोग भेजेगा टीम (लीड-1)
भुवनेश्वर/नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। उड़ीसा के हिंसाग्रस्त कंधमाल जिले में बुधवार को तनाव बरकरार रहा जिसे देखते हुए प्रशासन ने नौ कस्बों में दिन और रात का कर्फ्यू लगा दिया गया। हिंसा भड़काने के आरोप में 35 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। कंधमाल में पिछले 23 अगस्त से जारी हिंसा में अब तक कम से कम 33 लोगों की जानें जा चुकी हैं।
उधर उड़ीसा में ईसाई समुदाय के खिलाफ जारी हिंसा से चिंतित राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए आयोग की पूरी टीम उड़ीसा जाएगी।
कंधमाल के पुलिस अधीक्षक एस. प्रवीण ने आईएएनएस को बताया, "नौ कस्बों में एक बार फिर से दिन और रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है।"
कंधमाल के बेहेरा गांव में मंगलवार रात हिंदू और ईसाई समुदाय के लोगों के बीच झड़पें हुई थीं जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। उग्र भीड़ ने कई मकानों को आग लगा दी थी। उदयगिरी पुलिस स्टेशन अंतर्गत रूदानगिया गांव में भी उग्र भीड़ ने ईसाई समुदाय के मकानों और एक गिरजाघर को आग लगा दी थी। इस घटना के बाद से ही दोनों समुदायों के लोगों में झड़पें शुरू हो गई थीं।
गौरतलब है कि कंधमाल जिले में 23 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती और चार अन्य लोगों की हत्या के बाद से ही हिंसा फैल गई।
इस बीच एनसीएम के सदस्य हरचरण सिंह जोश ने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग सामान्यत: अपने एक या दो सदस्य को ही हिंसा प्रभावित राज्यों के दौरे पर भेजता है, लेकिन उड़ीसा में कड़ा संदेश देने के लिए आयोग ने यह कदम उठाया है। यह पहला मौका है जब आयोग की पूरी टीम किसी हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेगी।
उल्लेखनीय है कि गोधरा कांड के बाद गुजरात में फैली साम्प्रदायिक हिंसा के वक्त भी आयोग ने राज्य के प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए अपनी पूरी टीम नहीं भेजी थी।
जोश ने कहा, "आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, और पांचों सदस्य उड़ीसा के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए अगले सप्ताह उड़ीसा का दौरा करेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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