महरौली विस्फोट : पुलिस के पास सुराग नहीं, कई हिरासत में लिए गए (लीड-1)
नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। राजधानी के महरौली इलाके में शनिवार को हुए विस्फोट की जांच में जुटी पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है। हालांकि, इस सिलसिले में उसने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
पुलिस विस्फोट में घायल एक व्यक्ति, जिसकी पहचान अलाउद्दीन के रूप में की गई है, पर भी नजर रखी हुई है। संदेह है कि बम फेंकने वाले दो लोगों में से एक अलाउद्दीन हो सकता है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अलाउद्दीन के पास से तीन पासपोर्ट, दो सिम कार्ड और 500 रुपये के नोटों से भरे एक बैग को बरामद किया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे अलाउद्दीन के ठीक होने के बाद उससे पूछताछ कर सकते हैं। उसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक उसके दो रिश्तेदारों शहाबुद्दीन और शबनम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि विस्फोट में केवल एक व्यक्ति 10 वर्षीय संतोष कुमार की मौत हुई थी। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि पूर्वी दिल्ली इलाके के 60 वर्षीय कंवर पाल की मौत हुई थी। लेकिन वे विस्फोट के शिकार नहीं हुए थे।
इससे पहले आज राष्ट्रीय सुरक्षा दस्ते (एनएसजी) की फोरेंसिक टीम ने रविवार को फिर से घटना स्थल का मुआयना किया। पूरे इलाके में मोटर वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।
मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "13 सितम्बर को हुए धमाकों में तो हमें सुरार मिल गए थे, लेकिन इस दफा कोई सुराग नहीं मिल पाया है। अभी तक किसी संगठन ने भी विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोई सुराग हाथ लगे।"
पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमें संदेह है कि इस साल दक्षिणी दिल्ली के लाडोसराय और आईआईटी के पास हुए विस्फोटों की तरह ही यह मामला भी उलझ न जाए। उन दोनों विस्फोटों का भी अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।"
अधिकारी ने बताया कि वे यह भी जांच कर रहे हैं कि कहीं छतरपुर मंदिर को तो निशाना नहीं बनाया गया था। उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने विस्फोट करने वालों का पता लगाने के लिए 10 दलों का गठन किया है। दिल्ली पुलिस का एक दल अलीगढ़ में भी डेरा डाले हुए है।
इस बीच पुलिस ने फरीदाबाद से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। सूत्रों के मुताबिक बल्लभगढ़ के किसी निवासी ने शुक्रवार की देर रात अपने मोबाइल फोन से दिल्ली पुलिस को कहा था, "दिल्ली बचा लो, ब्लास्ट होगा।"
उक्त अधिकारी ने बताया, "जब तक कि कोई सुराग नहीं मिलेगा और आतंकवादी पकड़े नहीं जाएंगे तब तक कुछ भी स्पष्ट कहना मुनासिब नहीं है। हम पता लगाने के लिए अंधेरे में ही संघर्ष कर रहे हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।