बेरोजगार अफगान युवा थाम रहे हैं आतंकवाद का दामन
काबुल, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान में गरीबी और बढ़ती बेरोजगारी के कारण बड़ी संख्या में युवा आतंकवाद की की राह पर बढ़ चले हैं।
काबुल, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान में गरीबी और बढ़ती बेरोजगारी के कारण बड़ी संख्या में युवा आतंकवाद की की राह पर बढ़ चले हैं।
तालिबान बेरोजगारी की समस्या का फायदा उठाकर युवाओं को धन का लालच देकर अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान के शासन का अंत होने के बाद भी हिंसक घटनाओं का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है।
इस वर्ष यहां हिंसा में 4,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है तालिबान के साथ जुड़ने वाले अधिकतर युवा साक्षर होते हैं। इन्हें आंतकवादी प्रलोभन देकर बहका लेते हैं।
काबुल में नौकरी की तलाश में पहुंचे एक युवक ने बताया, "यदि मुझे नौकरी नहीं मिली तो तालिबान के साथ जुड़ने या फिर ईरान जाने के अलावा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं बचता।" उसने कहा कि युवाओं को सरकार से अधिक सहायता राशि तालिबान देता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बेरोजगारी की मार सह रहे अफगान युवा पाकिस्तान और ईरान का रूख भी करने लगे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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