मां का काम बच्चों को जन्म देना ही नहीं : सुप्रिया
नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। टेलीविजन अभिनेत्री सुप्रिया पिलगांवकर ने 'डॉटर्स डे' की पूर्व संध्या पर दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मां का काम केवल संतान को जन्म देना ही नहीं बल्कि उसे बेहतर संस्कार देना भी होता है।
दिल्ली के एमजी रोड स्थित पंचतारा होटल 'लुटियंस' में महिलाओं की पत्रिका 'गृहलक्ष्मी' द्वारा आयोजित किटी पार्टी में 'डावटर्स डे' की पूर्व संध्या हजारों की संख्या में मां-बेटियां मौजूद थीं। इस अवसर पर टेलीविजन की कई चर्चित अभिनेत्रियां भी उपस्थित थीं।
एनडीटीवी इमेजिन के बहुचर्चित धारावाहिक 'राधा की बेटियां कुछ कर दिखाएंगी' की तीन अभिनेत्रियां सुप्रिया पिलगांवकर, मोना वसु और रागिनी खन्ना सहित 29 सितम्बर से इसी चैनल पर शुरू हो रहे धारावाहिक 'चांद के पार चलो' की मुख्य अदाकारा झलक ठक्कर भी इस मौके पर मौजूद थीं।
'राधा की बेटियां..' में सुप्रिया राधा की भूमिका में हैं जबकि मोना एवं रागिनी उनकी बेटियां बनी हैं। कार्यक्रम के दौरान सुप्रिया ने कहा कि मां का कत्र्तव्य बच्चों को सही-गलत रास्तों का ज्ञान कराना भी है ताकि वे अच्छे-बुरे का फर्क महसूस कर सकें और सही रास्ते पर चलने का चुनाव कर सकें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।