बेहद खतरनाक है अल कायदा और तालिबान की छापामार शैली
इस्लामाबाद, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तानी सेना ने जब तालिबान और अलकायदा के कब्जे वाले कबायली बजौर जिले के रणनीतिक महत्व वाले इलाके की ओर कूच किया होगा तो उनमें से कइयों को लगा होगा कि वे ये लड़ाई आसानी से जीत लेंगे।
इस्लामाबाद, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तानी सेना ने जब तालिबान और अलकायदा के कब्जे वाले कबायली बजौर जिले के रणनीतिक महत्व वाले इलाके की ओर कूच किया होगा तो उनमें से कइयों को लगा होगा कि वे ये लड़ाई आसानी से जीत लेंगे।
लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं था। छह सप्ताह तक चली लड़ाई में अल कायदा और तालिबान के लड़ाकों ने छापामार लड़ाई का हैरतअंगेज प्रदर्शन करके सैनिकों को चकित कर दिया।
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, "उनकी हमला कर के भाग जाने की रणनीति बेहद खतरनाक है। आतंकवादी राइफल, रॉकेट और हथगोलों से लैस छोटे समूहों में अचानक पीछे से हमला करते हैं और संभलने का मौका दिए बगैर गायब हो जाते हैं।"
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक सरकारी दावों के मुताबिक अभी तक अल कायदा और तालिबान के 500 से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं लेकिन अभी भी वे बाजौर जिले का रणनीतिक महत्व वाला क्षेत्र लोई सैम उनसे छुड़ाने में कामयाब नहीं हो सके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।