भारतीय महिलाओं के लिए बुरी खबर लाया विश्व हृदय दिवस
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। रविवार को विश्व हृदय दिवस के मौके पर भारतीय महिलाओं के लिए बुरी खबर! हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय महिलाओं की धमनियां संकरी होती हैं, लिहाजा उन्हें हृदय धमनी से संबंधित रोगों का खतरा ज्यादा रहता है।
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। रविवार को विश्व हृदय दिवस के मौके पर भारतीय महिलाओं के लिए बुरी खबर! हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय महिलाओं की धमनियां संकरी होती हैं, लिहाजा उन्हें हृदय धमनी से संबंधित रोगों का खतरा ज्यादा रहता है।
गुड़गांव स्थित 'आर्टेमिस हेल्थ इंस्टीट्यूट' के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ मधुकर शाही ने आईएएनएस को बताया, "भारतीय महिलाओं की धमनियां अपेक्षाकृत ज्यादा संकरी होती हैं, इसलिए उनमें धमनी और हृदय से संबंधित रोगों का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा रहता है।"
भारत समेत पूरी दुनिया में हृदय रोगों की वजह से महिलाओं की मृत्यु दर भी पुरुषों की तुलना में ज्यादा है। इसकी एक प्रमुख वजह जीवनशैली में आया बदलाव है।
महानगरों में ज्यादातर महिलाएं कामकाजी होती हैं और देर रात तक काम करती हैं। वे व्यावसायिक तनाव कम करने के लिए धूम्रपान करती हैं और शराब पीती हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इन आदतों का महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
इस वर्ष 'वर्ल्ड हर्ट फेडरेशन' की ओर से समर्थित विश्व हृदय दिवस का थीम (विषय) 'अपने जोखिम को पहचाने' रखा गया है। इसका उद्देश्य बेहतर जीवन शैली अपनाने और स्वास्थ्य संबंधी नियमित जांच करवाने के लिए लोगों को प्रेरित करना है।
ओलंपिक मैराथन दौड़ में स्वर्ण पदक विजेता स्टेफैनो बाल्दिनी इस वर्ष विश्व हृदय दिवस के मौके पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना सहयोग दे रहे हैं और इसका संदेश घर-घर तक फैलाने में मदद कर रहे हैं।
वर्ल्ड हर्ट फेडरेशन का संदेश सरल है - 'सक्रिय रहें। तीस मिनट का व्यायाम और फल एवं सब्जियों का नियमित सेवन आपको डॉक्टरों से दूर रख सकता है।'
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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