मनमोहन सबसे कमजोर प्रधानमंत्री : आडवाणी
गुवाहाटी, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने डा. मनमोहन सिंह को संसदीय इतिहास का सबसे कमजोर व असफल प्रधानमंत्री करार दिया है।
उत्तरपूर्व का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले असम की राजधानी गुवाहाटी में पार्टी की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा, "पहले संसदीय चुनाव से लेकर अब तक हुए सभी लोकसभा चुनावों को मैंने देखा है। मैंने सभी प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल भी देखे हैं। यह कहने पर दुख हो रहा है कि मनमोहन सिंह अब तक के सबसे कमजोर व असफल प्रधानमंत्री साबित हुए हैं।"
प्रधानमंत्री पर निशाना साधना जारी रखते हुए आडवाणी ने कहा, "मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भी कम किया है। वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों का खिलौना बने हुए हैं। मनमोहन सिंह सिर्फ कमजोर प्रधानमंत्री ही नहीं हैं बल्कि सभी मोर्चो पर विफल भी साबित हुए हैं।"
उन्होंने कहा कि आतंकवाद और महंगाई आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। आए दिन देश में बम विस्फोट हो रहे हैं। लेकिन सरकार अंधेरे में ही तीर मार रही है। यही हाल महंगाई का है। महंगाई की मार इतनी तेज है कि आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कांग्रेस ने आम आदमी के साथ धोखा किया है।
हिन्दुत्व व राम मंदिर का राग अलापते हुए आडवाणी ने कहा, "भाजपा वास्तविक धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती है और चाहती है कि हिन्दू धर्मावलंबी अन्य धर्मो का सम्मान करे।"
उन्होंने कहा, "जब हम कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा तो हम हिन्दुओं को साम्प्रदायिक नहीं कहा जाना चाहिए। राम मंदिर का निर्माण हमारा कर्तव्य और अधिकार दोनों है।"
बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता जताते हुए आडवाणी ने कहा, "इससे असम के लोगों को खतरा पैदा हो गया है।" आडवाणी ने इस मौके पर कहा कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा और असम गण परिषद (अगप) में चुनावी तालमेल को लेकर बातचीत चल रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।