ईद और दुर्गा पूजा पर भारी पड़ा आतंकवाद
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। देश के दो बड़े त्योहारों, ईद और दुर्गा पूजा इसी हफ्ते मनाए जाने हैं। शनिवार को शहर में हुए एक और बम विस्फोट के बाद किसी का भी मन खरीदारी करने या फिर त्योहार मनाने का नहीं हो पा रहा है।
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। देश के दो बड़े त्योहारों, ईद और दुर्गा पूजा इसी हफ्ते मनाए जाने हैं। शनिवार को शहर में हुए एक और बम विस्फोट के बाद किसी का भी मन खरीदारी करने या फिर त्योहार मनाने का नहीं हो पा रहा है।
दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 24 लोगों की मौत और 100 लोगों के घायल होने के ठीक दो हफ्ते बाद शनिवार को दक्षिणी दिल्ली के महरौली स्थित सराय बाजार में हुए बम विस्फोट में दो लोग मारे गए और 18 घायल हो गए।
विस्फोटों से सुलगती दिल्ली अब चाहकर भी सामान्य नहीं हो पा रही है और इसका प्रभाव ईद, दुर्गा पूजा और दशहरा पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
दक्षिणी दिल्ली के जामिया नगर में 19 सितम्बर को हुए पुलिस मुठभेड़ में दो संदिग्ध आतंकवादियों के मारे जाने और दिल्ली पुलिस के एक निरीक्षक के शहीद होने के बाद वहां के लोगों का मन भी त्योहारों को लेकर उत्साहित नहीं है।
जामिया नगर निवासी कॉलेज छात्रा असमा शेख ने कहा, "इस बार ईद के इतने करीब आ जाने के बावजूद उसकी खुशी का एहसास नहीं हो पा रहा है।"
जामिया नगर के एक अन्य निवासी शेख ने आईएएनएस से कहा, "सामान्यत: एक हफ्ते पहले से ही ईद की तैयारियां शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस साल माहौल बिल्कुल अलग है। त्योहार की खुशी कहीं नजर ही नहीं आ रही है।"
कुछ ऐसा ही नजारा दुर्गा पूजा की तैयारियों को लेकर भी दिख रहा है। एक निजी कंपनी की अधिकारी श्यामा चक्रवर्ती के अनुसार अभी तक उन्होंने दुर्गा पूजा की खरीदारी शुरू नहीं की है। सप्ताहांत में हो रहे विस्फोटों को ध्यान में रखते हुए इस बार खरीदारी के लिए वे सप्ताहांत में नहीं जाना चाहतीं बल्कि अन्य दिनों में ही वे खरीदारी करने जाएंगी।
एक स्वयं सेवी संगठन के लिए काम करने वाली संचारी दास कहती हैं कि इस साल दुर्गा पूजा उत्सव की चमक कहीं खो गई है। अपने परिवार सहित वे इस बार पूजा पंडालों में नहीं जाना चाहतीं क्योंकि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बावजूद उन्हें सुरक्षा को लेकर शंका महसूस हो रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।