9/11 के बाद अमेरिकी अनुभवों से सीख रहा है भारत
प्रधानमंत्री के विशेष विमान से, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका ने आखिर ऐसा क्या किया कि 9/11 के बाद वहां कोई आतंकवादी घटना नहीं हुई, जबकि आए दिन भारत में आतंकवादी हमले हो रहे हैं। इन हमलों के मद्देनजर भारत उन गुरों को सीखने का प्रयास कर रहा है, जो आतंकवाद से मुकाबले के लिए अमेरिका ने अपनाए हैं।
प्रधानमंत्री के विशेष विमान से, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका ने आखिर ऐसा क्या किया कि 9/11 के बाद वहां कोई आतंकवादी घटना नहीं हुई, जबकि आए दिन भारत में आतंकवादी हमले हो रहे हैं। इन हमलों के मद्देनजर भारत उन गुरों को सीखने का प्रयास कर रहा है, जो आतंकवाद से मुकाबले के लिए अमेरिका ने अपनाए हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) एम. के. नारायणन ने अमेरिकी यात्रा के दौरान अपना अधिकांश समय इन्हीं कवायदों में बिताया। उन्होंने अमेरिका के शीर्ष खुफिया अधिकारियों और आंतरिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से इस सिलसिले में तीन दिनों के दौरान लंबी वार्ता की।
नारायणन ने अमेरिकी आंतरिक सुरक्षा विभाग और संघीय जांच एजेंसी के मुखियाओं से आतंकवाद का मुकाबला करने के मुद्दे पर गहन चर्चा की।
एक सरकारी सूत्र ने बताया, "यह सच्चाई है कि 9/11 के बाद अमेरिका में आतंकवाद की कोई बड़ी घटना नहीं हुई। आतंकवाद से लड़ने के उनके अनुभवों का हम लाभ लेना चाहते हैं।"
सूत्र ने बताया कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अमेरिकी कानून में जो प्रावधान हैं, वैसे कठोर प्रावधानों को भारत में लागू करना संभव नहीं हैं।
सूत्र ने कहा, "हमें अपने हिसाब से आतंकवाद के खिलाफ रणनीति बनानी होगी। अभी स्पष्ट नहीं है कि यह कठोर कानून की शक्ल लेगा या नहीं।"
दिल्ली के महरौली में शनिवार को हुए विस्फोट के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खुफिया तंत्रों को मजबूत बनाने और जांच प्रकिया को सुदृढ़ बनाए जाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा, "आतंकवाद के खात्मे के लिए हम सभी संभव जरूरी कदम उठाएंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।