मलेरिया रोधी दवा के व्यापक उत्पादन का तरीका खोजा गया (संशोधित)
वाशिंगटन, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। वैज्ञानिकों ने मलेरिया रोधी दवा का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने का तरीका खोज निकाला है। माना जा रहा है कि ऐसा होने से दवा की लागत में कमी आएगी और विकासशील देशों को इससे लाभ होगा।
इलिनोइस विश्वविद्यालय में माइक्रोबायोलॉजी के प्रोफेसर विलियम मेटकाफ यह पता लगाने में कामयाब रहे कि कैसे एक बैक्टीरिया, एंटीबायोटिक गुणों वाले फॉसफोनेट समूह का निर्माण करता है। यह एंटीबायोटिक मलेरिया के इलाज में कारगर हो सकती है।
मेटकाफ ने कहा "विकासशील देशों के लिए मलेरिया एक बहुत बड़ी समस्या है। वे देश इसकी दवाओं का खर्चा नहीं उठा सकते क्योंकि मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाले एंटोबायोटिक बेहद महंगे हैं।"
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि दुनिया की आधी आबादी मलेरिया के खतरे से जूझ रही है। वर्ष 2006 में मलेरिया के 24.7 करोड़ मामले दर्ज किए गए जिनमें से 8,81,000 लोगों की मौत हो गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।