राजस्थान में 1320 मेगावाट के बिजलीघर का प्रस्ताव
जयपुर, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रदेश में विद्युत की निरंतर बढ़ती मांग का आकलन करने के बाद राज्य सरकार ने पानी की प्रचुर उपलब्धि वाले बांसवाड़ा जिले में 1320 मेगावाट क्षमता का ताप बिजलीघर लगाने और सूरतगढ़ के सुपर ताप बिजलीघर की क्षमता बढ़ाने के प्रस्ताव केंद्र को भेज दिए हैं।
राज्य सरकार की पहल पर केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) का 7 सदस्यीय विशेषज्ञ दल दो दिवसीय दौरे पर 30 सितम्बर को बांसवाड़ा जाएगा। इसमें योजना आयोग, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, केन्द्रीय जल आयोग, रेलवे और एनटीपीसी के अधिकारी शामिल होंगे। इस दल की सिफारिश पर बांसवाड़ा जिले में कोयला आधारित ताप बिजलीघर लगाने के लिए उपयुक्त स्थल का चयन किया जाएगा।
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. एस.के. कल्ला ने बताया कि प्रत्येक 660 मेगावाट क्षमता की दो सुपर क्रिटिकल पॉवर यूनिट बांसवाड़ा में लगाने के लिए पांच संभावित स्थलों का प्रस्ताव है। बिजलीघर की स्थापना के लिए वहां पर्याप्त भूमि और जल उपलब्ध है। बांसवाड़ा से नजदीकी रेलवे स्टेशन रतलाम है जिसके जरिये प्रस्तावित बिजलीघर के लिए कोयला लाया जा सकेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।