सोनिया गांधी ने रायबरेली में लिया नरेगा का जायजा
रायबरेली, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे के दूसरे दिन जिला सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में हिस्सा लेकर राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (नरेगा) एवं स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना का जायजा लिया।
बैठक के दौरान जिले की तिलोई सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह ने सोनिया गांधी से सिंहपुर ब्लाक में नरेगा में गड़बड़ियों की शिकायत की। शिकायत के बाद बैठक के दौरान ही जिलाधिकारी संतोष श्रीवास्तव ने सिंहपुर क्षेत्र के पंचायत अधिकारी को हटाने का आदेश दिया।
इसके अलावा बहादुरपुर और छतोह के ब्लाक प्रमुखों की तरफ से यह मांग की गई कि नरेगा में ब्लाक प्रमुखों को वित्तीय अधिकार दिए जाएं। बछरावां से सपा विधायक राजाराम त्यागी ने शिकायत की कि बछरावां ब्लाक के सभी ग्राम प्रधानों ने जॉब कार्ड अपने पास रखे हुए हैं।
स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना में राज्य की मायावती सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी पर भी चर्चा हुई। इस योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा जारी धन का 35 फीसदी राज्य सरकार को मुहैया कराना होता है।
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए 11 करोड़ रुपये जारी किए जाने के बाद राज्य सरकार ने अभी तक केवल 65 लाख रुपये ही जारी किए हैं। सोनिया गांधी ने सभी समस्याओं को सुनने के बाद इन्हें निपटाने का भरोसा दिलाया।
उधर शनिवार सुबह से ही जिले के इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री (आईटीआई) अतिथि गृह में सोनिया गांधी से मिलने वालों का तांता लगा रहा। इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता खासकर महिला कार्यकर्ताओं को अपनी नेता से बिना मिले ही मायूस होकर वापस जाना पड़ा। कतार में बालापुर गांव से आई रामवती ने आईएएनएस को बताया कि स्थानीय नेता उन्हें सोनिया से नहीं मिलने देते। उनके करीबी ही सोनिया के पास जा पाते हैं।
जगतपुर से आए राम स्नेही ने कहा कि सोनिया गांधी से वह यह कहने आए थे कि नरेगा के तहत उन्हें दिनभर में केवल 60 ही रुपये मिलते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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