गोधरा कांड: विपक्ष पर मोदी का वार
गोधरा कांड और उसके बाद हुई हिंसा की जांच के लिए गठित नानावती आयोग की रिपोर्ट का पहला हिस्सा सार्वजनिक किए जाने के बाद मोदी ने कहा कि इन लोगों को अब चेहरा दिखाने में शर्म आनी चाहिए। यदि वे सच्चाई और न्याय में विश्वास करते हैं तो उन्हें गुजरात की जनता से माफी मांगें।
मोदी ने कहा कि कथित धर्मनिरपेक्ष ताकतें हमारे खिलाफ हमले कर रही थीं। उन्होंने कहा कि एक न एक दिन सच्चाई सबके सामने आएगी और इन धर्मनिरपेक्ष ताकतों का चेहरा उजागर हो जाएगा।आयोग के गठन पर उठ रहे सवालों पर मोदी ने कहा कि न्यायाधीशों की समिति का गठन सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक किया गया था और न तो उनकी और न ही उनकी सरकार की इसमें कोई भूमिका थी।
नानावती आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि यदि किसी के पास उनके अथवा मंत्रिमंडल के सदस्यों के खिलाफ कोई सबूत हो तो वे उसे सामने आये।
गौरतलब है कि गुजरात राज्य विधानसभा में गुरुवार को नानावती आयोग की रिपोर्ट के पहले हिस्से को पेश किया गया, जिसमें 27 फरवरी 2002 को हुए गोधरा ट्रेन कांड को सुनियोजित षड्यंत्र करार दिया गया। गोधरा कांड में 59 लोग मारे गए थे, जिसमें अधिकतर अयोध्या से लौट रहे विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता थे।