उड़ीसा: सांप्रदायिक हिंसा में एक की मौत
बुधवार की रात उग्र भीड़ ने ईसाई समुदाय के करीब एक दर्जन घरों को निशाना बनाते हुए आग के हवाले कर दिया। इस बीच भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। राइकिया शहर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति के मारे जाने के विरोध में सड़कों पर जाम लगा दिया था।
बुधवार की इस घटना का असर गुरुवार को देखने को मिला। गरुवार को फिर से गुटीय संघर्ष हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। लोगों ने ईसाई समुदाय के घरों में आग लगाने के साथ-साथ चर्चों पर भी हमला किया।
पुलिस का कहना है कि झड़पों के बीच हुई व्यक्ति की मौत का कारण उसकी पिटाई है। लोगों ने उसे इतना पीटा कि घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक उस पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। उसके शव पर चोट के कई निशान हैं।
कंधमाल के जिलाधिकारी कृष्ण कुमार के मुताबिक दारिंगबाड़ी प्रखंड में उग्र भीड़ ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने भीड़ को खदेड़ दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हिंसा को देखते हुए जिले के नौ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। शुक्रवार को सुबह से ही जिले के कई इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब
है
कि
पिछले
महीने
कंधमाल
में
विश्व
हिंदू
परिषद
के
वरिष्ठ
नेता
समेत
पांच
लोगों
की
हत्या
के
बाद
से
कंधमाल
समेत
उड़ीसा
के
कई
जिलों
में
सांप्रदायिक
हिंसा
भड़क
उठी।
उसके
बाद
से
रह-रह
कर
झड़पें
और
हिंसक
वारदातें
लगातार
हो
रही
हैं।
इससे
निपटने
के
लिए
प्रदेश
सरकार
ने
केंद्र
से
अतिरिक्त
अर्द्धसैनिक
बल
की
मांग
की
है।